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ट्विटर पर ब्लू टिक वालों को देने होंगे पैसे, मिलेंगी पाँच तरह की सुविधाएँ

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ट्विटर पर ब्लू टिक यानी वैरिफाइड अकाउंट्स के लिए यूजर को अब हर महीने 8 डॉलर (करीब 660 रुपए) देने होंगे। यह चार्ज सभी देशों में अलग-अलग होगा। 27 अक्टूबर को Twitter खरीदने के 5 दिन बाद मंगलवार रात को एलन मस्क ने इसका ऐलान किया। हालांकि, उन्होंने इसका संकेत दो दिन पहले ही दे दिया था, जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि मस्क वैरिफाइड अकाउंट्स से 20 डॉलर (करीब 1,600 रुपए) वसूल सकते हैं। इसके जवाब में मस्क ने कहा था कि हमें कई तरह के बिलों का पेमेंट भी करना होगा। पूरी तरह से हम एडवर्टाइजर्स पर निर्भर नहीं रह सकते। आठ डॉलर का चार्ज कैसा रहेगा?

उधर, ब्लू टिक पेड करने पर दुनियाभर से शिकायतें मिलने के बाद एलन मस्क ने साफ कर दिया है कि सभी शिकायतकर्ता, कृपया शिकायत करना जारी रखें, लेकिन आपको 8 डॉलर देना होगा।

पेड सब्सक्रिप्शन लेने वालों को ये पाँच तरह की सुविधाएं मिलेंगी।

  1. रिप्लाई
  2. मेंशन
  3. सर्च में प्रायॉरिटी मिलेगी।
  4. लंबे वीडियो और ऑडियो पोस्ट कर सकेंगे।
  5. नॉर्मल यूजर्स के मुकाबले आधे ऐड्स देखने को मिलेंगे।

आपको बता दें कि ट्विटर वेरिफाइड से अभी कोई फीस नहीं ली जाती है। यूजर्स को कंपनी की तय प्रोसेस यानी रिक्वेस्ट डालने के बाद ब्लू टिक दे दिया जाता है। जिस भी यूजर की प्रोफाइल पर ये टिक होता है उसका मतलब होता है कि वह अकाउंट वैरिफाइड है। लेकिन अब Twitter पर Blue Tick के लिए यूजर को सब्सक्रिप्शन लेना होगा। अब हर महीने 8 डॉलर यानी 660 रुपए देने होंगे। हालांकि, पेड सर्विस कब से लागू होगी अभी इसकी तारीख की घोषणा नहीं हुई है।

वेरिफिकेशन चार्ज को लेकर एलन मस्क ने कहा कि फीस सभी देशों में अलग-अलग हो सकती है। ये फीस उस देश की पर्चेजिंग पॉवर और कैपेसिटी पर निर्भर रहेगी। भारत में ये कितनी होगी, अभी कोई जानकारी नहीं है। वहीँ, जो पब्लिक फिगर है यानी नेता और अभिनेता जैसी हस्तियां हैं, उन्हें प्रोफाइल पर सेकेंडरी टैग मिलेगा। ये सेकेंडरी टैग अभी कुछ देशों में ही मिलता है। यह टैग वर्तमान में, लेबल चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम, सर्बिया, स्पेन, थाईलैंड, तुर्की, यूक्रेन जापान, क्यूबा, ​​इक्वाडोर, मिस्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, बेलारूस, कनाडा, जर्मनी, इटली, होंडुरस, इंडोनेशिया, ईरान, सऊदी अरब, और संयुक्त अरब अमीरात में दिए जाते हैं। अभी भारत में यह टैग नहीं मिलता।

आपको बता दें कि ट्विटर फिलहाल वैरिफिकेशन प्रोसेस को नया रूप देने पर काम कर रहा है। ट्विटर के इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को इस फीचर को लॉन्च करने के लिए 7 नवंबर की डेडलाइन दी गई है। अगर वो तय समय में ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें कंपनी से निकाल दिया जाएगा। अभी ट्विटर का ज्यादातर रेवेन्यू विज्ञापन से आता है, लेकिन मस्क कुल रेवेन्यू का आधा हिस्सा सब्सक्रिप्शन से चाहते हैं।

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