डिस्टेंस लर्निंग या दूरस्थ शिक्षा वह प्रणाली है जिसमें आप घर पर रह कर ही अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। यह खासकर उन विद्यार्थियों के लिए शिक्षा प्राप्त करने का बेहतर माध्यम है जिनके आसपास कोई कॉलेज या शिक्षण संस्थान नहीं है, ऐसे में दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से वे अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। इसके साथ ही इसके कोर्सेज अपेक्षाकृत अन्य रेगुलर कॉलेज से सस्ते होते हैं तो आर्थिक रूप से असक्षम विद्यार्थी इसका फायदा ले सकते हैं।
विद्यार्थी पढ़ाई के लिए स्कूल या कॉलेज जाते हैं। लेकिन ऐसे विद्यार्थी भी होते हैं जो पढ़ना तो चाहते हैं मगर नौकरी भी कर रहे होते हैं। उनके लिए नौकरी छोड़ना संभव नही होता, ऐसे में दूरस्थ शिक्षा उनकी इस समस्या का समाधान बनती है। आज के समय में कई स्कूल, कॉलेज हैं जो डिस्टेंस लर्निंग की श्रेणी में सबसे उत्तम है। दुनिया के किसी भी कोने में रह कर आप अपनी शिक्षा पूरी कर सकते हैं।
डिस्टेंस लर्निंग से कौनसे कोर्स कर सकते हैं?
अपनी योग्यता को बढ़ाने का आसान अवसर देने वाली दूरस्थ शिक्षा से आप बेसिक डिग्री कोर्स कर सकते हैं। ओपन यूनिवर्सिटीज में आमतौर पर अभी जो भी कोर्स संचालित हो रहे हैं, उनमें एक ही प्रक्रिया के तहत दाखिला दिया जाता है। इग्नू में संचालित हो रहे कोर्सेज में जून और जनवरी के दौरान दो बार विभिन्न कोर्सेज में छात्रों को दाखिला दिया जाता है। कॉरेस्पॉन्डेंस/ डिस्टेंस यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन के लिए न्यूनतम आयु कम से कम 17 साल और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए 20 साल होनी चाहिए। इसी तरह प्रोफेशनल कोर्स करने के लिए संबंधित क्षेत्र में कुछ वर्ष का कार्य अनुभव होना जरूरी है। याद रहे कि यूनिवर्सिटी चुनते समय डिस्टेंस एजुकेशन काउंसिल, नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल से मान्यता प्राप्त है या नहीं।
12वीं के बाद डिस्टेंस लर्निंग से कौनसे कोर्स करे?
12वीं करने के बाद डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से बीबीए, बीकॉम, बीए इन साइकोलॉजी, इकोनॉमिक्स, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, मास्टर ऑफ एजुकेशन, मास्टर ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट, बैचलर ऑफ लॉ, बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन, बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग, बैचलर ऑफ सोशल वर्क, सर्टिफिकेट इन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, सर्टिफिकेट इन फूड न्यूट्रीशन, सर्टिफिकेट इन कम्युनिकेटिव इंग्लिश, पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग ऐंड फाइनेंस, पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन ऐंड बूटिक मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन डेयरी मार्केटिंग जैसे विभिन्न पॉपुलर पाठ्यक्रमों में डिग्री, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा ग्रेजुएट होने के बाद पीजी, एमफिल या पीएचडी भी कर सकते हैं।
डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए टॉप-10 यूनिवर्सिटी कौनसी है?
1.इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)
2.सिम्बायोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग, पुणे
3.यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी (YCMOU), नासिक
4.महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, अजमेर
5.स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (दिल्ली विश्वविद्यालय)
6.नेताजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी, गुरियाभाटा, पश्चिमी बंगाल
7.मध्य प्रदेश भोज ओपन यूनिवर्सिटी, भोपाल
8.कर्नाटक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी, मुक्त गंगोत्री, कर्नाटक
9.डॉ. भीमराव अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी, आगरा
10.तमिलनाडु ओपन यूनिवर्सिटी, चैन्नई
डिस्टेंस लर्निंग के क्या फायदे हैं?
दूरस्थ शिक्षा का सबसे मुख्य लाभ यह है इसमें छात्रों को विभिन्न शिक्षण उपकरणों का उपयोग करने के लिए न्यूनतम वित्तीय संसाधनों की ज़रूरत होती है।
आप पैसे बचा सकते हैं –
दूरस्थ शिक्षा के ज़रिए ली जाने वाली डिग्री की फीस एक नियमित ऑन-कैंपस डिग्री के शुल्क से बहुत ही कम होती है। आर्थिक रूप से विकल्पों की तलाश में छात्र डिस्टेंस लर्निंग से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
आप समय बचा सकते हैं –
इसमें स्कूल,कॉलेज जाने-आने और बस या ट्रेन के इंतजार में समय बर्बाद नहीं होता। जो भी विद्यार्थी ऑफिस के साथ डिग्री पूरी करना चाहते हैं ये उनके लिए बहुत अच्छा विकल्प है। इसे अपने घर से ही आसानी से किया जा सकता है।
आप अपनी गति से सीख सकते हैं
खुद को स्व-अनुशासित और आत्म-प्रेरित करके दूरस्थ शिक्षा सबसे अच्छा विकल्प है। हर किसी का सीखने का तरीका और सीखने की स्पीड अलग-अलग होती है। इसमें आपको सभी कोर्स से संबंधित सामग्री पहले से दी जाती हैं, आप हर दिन जितना चाहे उतना अध्ययन कर सकते हैं। यदि आपको कोई संदेह रहता है तो डिस्कशन फॉरम्स, फैकल्टी के साथ चैट की सुविधा, दूरस्थ शिक्षा प्रदाता का पूरा समर्थन आदि सब सुविधा मिल जाती है।
क्यों जरूरी है दूरस्थ शिक्षा?
भारत में स्कूल छोड़ने की दर 76.6 % है, जो कि चितांजनक है, इसके चलते कई युवा कॉलेज शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। लेकिन दूरस्थ शिक्षा के बढ़ते कदमों से शिक्षा से वंचित रहे युवाओं को उच्च शिक्षा के अवसर मिल रहे हैं। दूरस्थ शिक्षा औपचारिक विश्वविद्यालय शिक्षा से तीन गुना तेजी से बढ़ रही है। अधिक से अधिक पाठ्यक्रम पेश किए जा रहे हैं और छात्र अपने कौशल और योग्यता में सुधार के लिए उत्साही रूप से नामांकन कर रहे हैं।